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Monday, August 29, 2016

Prayers (संध्या)

यह वह संध्या है जिससे ऋषि बन जाते हैं, जिससे देवता बन जाते हैं, विष्णु बन जाते हैं, शिव बन जाते हैं।  यह वह संध्या है जिसके प्रभाव से मानव भगवान राम और भगवान कृष्ण के जैसा हो जाता है।

अतः मित्रों नित्य प्रातः संध्या अवश्य करनी चाहिए।  संध्या में २१ मन्त्र होते हैं।

Everyone is suggested to wake up early and to perform Sandhya that has 21 hymns. Aadi Brahma himself has given it to his pupils. The same sandhya we can find in the Nitya Karm Vidhi of any publication of Arya Samaj as Brahma Yajyan. Unbelievable but true.

Read the Whole Prayer at Dawn or Dusk
1. Sandhya Part 1
2. Sandhya Part 2  
3. Sandhya Part 3
4. Sandhya Part 4


Truly Yours
Anubhav Sharma

Monday, August 8, 2016

Some Instructions

Instuction 1.
ॐ जिम्हश्ये चरितवे मघोन्या भोगय इष्टये राय उ त्वम्
दभ्रं पश्यद्भ्य उर्विया विचक्ष उषा अजीगर्भुवनानि विश्वा।।
ऋग्वेद ।।मण्डल १ ।सूक्त ११३ ।मन्त्र ५ ।।
Om Jimhashye charitave maghonyaabhogaya ishtaye raye u tvam!
Dabhram pashyadbhya urviya vichaksh usha ajigarbhuvnani vishva!!

[Rigveda, Mandal 1, Sukta 113, Mantra 5]

The persons who do not waste even a single bit of time since they get up in last one fourth (3am -6 am) of night, till they go to bed again in next night till second one fourth of it, get all pleasures, sorrow is not made for them i.e. other kind of persons can not get it.

भावार्थः  जो लोग रात्रि के चतुर्थ प्रहर उठकर शयन पर्यन्त समय को व्यर्थ नष्ट नहीं करते वे सुखों को प्राप्त होते हैं, अन्य नहीं।

Instuction 2.
ॐ प्रति मे स्तोम मदितिरजगृभ्या त्सूनुं न माता हृद्यं सुशेवम् ।
ब्रह्म प्रियं देवहितं यदस्त्यहम् मित्रे वरुणे यन्मयोभुः ।। 

ऋग्वेद ।।मण्डल 5 ।सूक्त 42 ।मन्त्र 2 ।।



Om Prati Me Stomamaditirjagribhyatsunum Na Mata Hridyam Sushevam.
Brahm Priyam Devahitam Yadastyaham Mitre Varune Yanmayobhuh. 

[Rigveda Mandal 5, Sukt 42, Mantra 2] 

Well prayed God fulfills the needs of his/her devotee just as a mother cares her newly born baby. So pray the God and praise HIS qualities well. 
 भावार्थः  अच्छे प्रकार स्तुत परमात्मा अपने उपासक पर ऐसे कृपा करता है जैसे माता अपने नवजात शिशु पर। 




Instuction 3.

रात के चौथे प्रहरों में एक दौलत लुटती रहती है।
जो जागत है सो पावत है जो सोवत है सो खोवत है।


A wealth is being robbed in last one fourth part of night. Who awakes, may get. Who sleeps, will loss.

Instuction 4.

भगवान भजन करने को जो प्रातः काल उठ जाता है।
आनंद की वर्षा होती है जीवन में वह सुख पाता है।


Who awakes early in the morning before dawn for praying supreme power god,  gets  pleasures. Raining of joys, pleasure he gets.




Truly
Brahmchari Anubhav Sharma

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