Om Prati Me Stommadirjagribhyatsoonum Na Maata Hridyam Sushevam.
Brahm Priyam Devhitam Yadastyam Mitre Varune Yanmayobhuh..
ॐ प्रति मे स्तोम मदितिरजगृभ्यात्सूनुम न माता हृदयम सुशेवं।
ब्रह्मप्रियम देवहितं यदसत्यहं मित्रे वरुण यनमयोभूः।।ऋग्वेद ५. ४२. २।।
Well Prayed God fulfills the needs of his devotee (Man or Woman) just as a mother fulfills the desires of her newly born babies.
जैसे माता अपने नवजात शिशु पर वैसे अच्छे प्रकार स्तुत परमात्मा अपने भक्त उपासक पर कृपा करता है।
Brahm Priyam Devhitam Yadastyam Mitre Varune Yanmayobhuh..
ॐ प्रति मे स्तोम मदितिरजगृभ्यात्सूनुम न माता हृदयम सुशेवं।
ब्रह्मप्रियम देवहितं यदसत्यहं मित्रे वरुण यनमयोभूः।।ऋग्वेद ५. ४२. २।।
Well Prayed God fulfills the needs of his devotee (Man or Woman) just as a mother fulfills the desires of her newly born babies.
जैसे माता अपने नवजात शिशु पर वैसे अच्छे प्रकार स्तुत परमात्मा अपने भक्त उपासक पर कृपा करता है।